Sikandar ka Muqaddar Movie Review
नेटफ्लिक्स पर हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म “Sikandar ka Muqaddar” दर्शकों को अपनी सीट से बांधकर रखने वाली एक शानदार क्राइम थ्रिलर है। फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध फिल्म निर्माता नीरज पांडे ने किया है, जो पहले से ही अपनी अद्वितीय कहानी कहने की शैली के लिए जाने जाते हैं। इसमें मुख्य भूमिकाओं में जिमी शेरगिल, तमन्ना भाटिया, और अविनाश तिवारी हैं। यह फिल्म अपराध, रहस्य, और मानवीय संघर्षों का मिश्रण है, जो दर्शकों को आखिर तक अनुमान लगाने पर मजबूर करती है।
कहानी और प्रस्तुति
Sikandar ka Muqaddar की कहानी एक हाई-प्रोफाइल डायमंड प्रदर्शनी में चोरी की घटना से शुरू होती है। इस घटना की जांच की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह (जिमी शेरगिल) को दी जाती है। जसविंदर एक प्रतिबद्ध और तेज़तर्रार पुलिस अफसर है, जो अपने बेदाग रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है।
जांच के दौरान जसविंदर के संदेह की सुई तीन संदिग्धों—सिकंदर (अविनाश तिवारी), कामिनी (तमन्ना भाटिया), और मंगेश (राजीव मेहता)—की ओर घूमती है। कहानी में दो समय-सीमाएं दिखाई गई हैं: एक वर्तमान में और दूसरी 15 साल बाद। यह दृष्टिकोण फिल्म को और भी पेचीदा बनाता है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती है, अपराध और मासूमियत की रेखाएं धुंधली होती जाती हैं, और जसविंदर की खोज जुनून में बदल जाती है।
अभिनय की उत्कृष्टता
Sikandar ka Muqaddar फिल्म में जिमी शेरगिल ने इंस्पेक्टर जसविंदर के किरदार को पूरी शिद्दत के साथ निभाया है। उनका अभिनय इतना प्रामाणिक है कि दर्शक उनके किरदार के साथ जुड़ाव महसूस करते हैं। तमन्ना भाटिया ने कामिनी के रूप में एक भावनात्मक और जटिल प्रदर्शन दिया है। वह एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हैं जो अपने परिवार की सुरक्षा और न्याय के बीच उलझी हुई है। अविनाश तिवारी ने सिकंदर के रूप में अपने किरदार के विभिन्न पहलुओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है, जो एक समय पर मासूम और चालाक दोनों दिखाई देते हैं।
निर्देशन और तकनीकी पक्ष
नीरज पांडे ने अपने निर्देशन कौशल से फिल्म को बेहद मनोरंजक बनाया है। उनकी सटीक कहानी कहने की शैली, तनावपूर्ण दृश्यों, और ट्विस्ट से भरपूर कथानक ने इसे एक उत्कृष्ट कृति बना दिया है। फिल्म में बैकग्राउंड स्कोर और सिनेमैटोग्राफी भी उल्लेखनीय हैं। धीमी गति के क्षणों को छोड़कर, कहानी का प्रवाह दर्शकों को पूरी तरह से बांधे रखता है।
फिल्म की विशेषताएं
- कहानी का गहरापन: यह सिर्फ एक साधारण चोरी की कहानी नहीं है। यह फिल्म मानवीय संघर्ष, नैतिकता, और अपराध की पेचीदगियों को भी छूती है।
- दो समय-सीमाओं का इस्तेमाल: वर्तमान और भविष्य के बीच झूलती कहानी ने दर्शकों की उत्सुकता को कई गुना बढ़ा दिया है।
- संवाद और पटकथा: फिल्म के संवाद और पटकथा बेहद प्रभावशाली हैं।
फिल्म के कमजोर पक्ष
कुछ दर्शकों को यह महसूस हो सकता है कि कहानी के कुछ हिस्से खिंच गए हैं। इसके अलावा, फिल्म में एकाध स्थान पर सस्पेंस का पूर्वानुमान किया जा सकता है, लेकिन ये छोटी-मोटी खामियां पूरे अनुभव को बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं करतीं।
अंतिम राय
“Sikandar ka Muqaddar” एक ऐसी फिल्म है जो सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि सोचने पर मजबूर करने के लिए बनाई गई है। यह फिल्म उन दर्शकों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो क्राइम थ्रिलर के शौकीन हैं और एक अच्छी कहानी की तलाश में हैं। मजबूत अभिनय, उत्कृष्ट निर्देशन, और ट्विस्ट से भरपूर कहानी इसे नेटफ्लिक्स पर देखने लायक बनाती है।
यदि आप एक ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो आपको रहस्य, रोमांच, और भावनाओं के मिश्रण का अनुभव दे, तो “Sikandar ka Muqaddar” आपके लिए सही विकल्प है।